सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग सोमवार का व्रत करते हैं. साथ ही, भोलेनाथ की प्रिय चीजें जैसे कि बेलपत्र, भांग, गंगाजल, दूध, चंदन, भस्म आदि अर्पित किए जाते हैं. हालांकि सावन में महिलाओं को शिव की पूजा के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. महिलाएं शिवजी की पूजा में जाने-अनजाने कई बड़ी गलतियां कर बैठती हैं .
हिंदू धर्म में सावन के महीने का विशेष महत्व बताया गया है. सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस महीने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए लोग सोमवार
शिवलिंग की पूजा करते समय औरतों को यह गलती नहीं करनी चाहिए
- शिवलिंग को नहीं छुएं – शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव की पूजा के वक्त महिलाओं को कभी भी शिवलिंग पर हाथ नहीं लगाना चाहिए. ऐसी मान्यताएं हैं कि महिलाओं द्वारा शिवलिंग छूने से माता पार्वती नाराज हो जाती हैं .
- हल्दी का सेवन शिवलिंग पे न करे – शिवलिंग पुरुष तत्व से संबंधित है, इसलिए कभी भी शिव या शिवलिंग को हल्दी नहीं चढ़ानी चाहिए. आप सावन में शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, गंगाजल, दूध, चंदन, भस्म आदि अर्पित कर सकते हैं.
- सावन में काले वस्त्र का उपयोग न करे – सावन में शिवजी के भक्त सोमवार का व्रत रखकर शिवजी की पूजा-अर्चना करते हैं. मान्यतानुसार, भगवान शिव की पूजा के दौरान काले रंग के वस्त्र नहीं पहनने चाहिए. दरअसल काला रंग नाकारात्मकता का प्रतीक होता है. इसलिए शिवजी की पूजा करते वक्त लाल या सफेद रंग का वस्त्र पहनना चाहिए. इसके अलावा सावन में हरे रंग का वस्त्र पहनना भी शुभ होता है.
- भूल कर भी इन सब्ज़ियों को न खाये – सावन के महीने में किसी को भी बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, लहसुन, प्याज, मांस या शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. तामसिक भोजन की बजाए सात्विक खाने का सेवन करें .
- किसी का भी सावन के महीने में अपमान न करे –वैसे तो कभी भी किसी के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए, लेकिन खास तौर से इस पवित्र सावन महीने में किसी का अपमान न करें और बुरे विचार मन में ना लाएं। खासतौर से गुरु, जीवनसाथी, माता-पिता, मित्र और द्वार पर आए लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए।