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डीएसपी संतोष पटेल की सफलता की कहानी हैं सबसे अलग, एक बार ज़रूर पढ़िए

नदी के किनारे फूस के घर में पैदा हुआ। गरीबी इतनी कि घर में खाने के दाने नहीं होते। कोई गेस्ट आता, तो इस ताक में रहता कि आज कुछ अच्छा खाना खाने को मिलेगा। जैसे-तैसे मम्मी-पापा ने हम तीन भाई-बहनों को पाला। खुद का झोपड़ी था, लेकिन पापा दूसरों की बिल्डिंग बनाते थे। वो राजमिस्त्री थे। मां को खेतों में काम करने के लिए जाना पड़ता था।

एक बिस्किट के लिए 3 घंटे ईंट ढोता मां पापा मजदूरी करते फिर बना DSP MP DSP Santosh Patel Struggle Success Story Gwalior News Dainik Bhaskar

खाने के पैसे नहीं थे, तो किताबें खरीदने के लिए पैसे कहां से होते? पापा किसी तरह किताब-कॉपी खरीदने के लिए पैसे अरेंज कर पाते। मैं पुरानी किताबें खरीदकर पढ़ता। फटे-पुराने कपड़े पहनकर स्कूल जाता। बरसात के दिनों में बाहर से ज्यादा घर के अंदर पानी बरसता। किताबें भीग जाती थीं।

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ग्वालियर डीएसपी संतोष पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, होली के दिन अपनी कार से डीएसपी संतोष पटेल कहीं जा रहे थे। इस दौरान उनकी नजर एक बुजुर्ग दंपत्ति पर पड़ी। होली के दिन वाहन नहीं चल रहे थे। उस दिन बारिश में ओले भी गिर रहे थे। ऐसे में संतोष पटेल ने बुजुर्ग दंपत्ति को कार में बिठाकर उनके गांव तक पहुंचाया।

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इस बीच, बुजुर्ग महिला और डीएसपी संतोष पटेल के बीच दिल छू लेने वाली बातचीत का वीडियो सामने आया है, जिसके बाद से पुलिस अधिकारी की चर्चा होने लगी है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस और होली के मौके पर डीएसपी संतोष पटेल का ये वीडियो सामने आया, जिसे गृह विभाग ने ट्विटर पर पोस्ट किया। इस वीडियो को डीएसपी संतोष पटेल ने भी फेसबुक शेयर किया है।

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संतोष पटेल ने बताया, “होली के दिन वाहन नहीं चलते और एक बुजुर्ग दंपत्ति हाईवे किनारे पैदल जा रहा था, बारिश में ओले गिरे रहे थे। इंसान होने के नाते जो फर्ज बनता था निभाने का प्रयास किया। जब मां जी ने धोती के छोर से एक 10 का नोट और 10 का सिक्का किराए के रूप में देना चाहा, तो हमने मिठाई खिलाई। जब मां जी 20 रुपये छोर में बांद रही थी और दुआएं दे रही थीं, तब ऐसा लगा कि हमारे लिए यही है हैप्पी होली।”

यहां देखें वीडियो

उन्होंने आगे लिखा, “आज महिला दिवस भी है। महिला को अंग्रेजी में वीमन कहते हैं, जिसे कमजोर विचारधारा वाले लोग weakness Of Men अर्थात आदमी का कमजोर पक्ष है महिला, बोलते हैं। मेरे अनुसार, विमन का मतलब Wings Of Men अर्थात आदमी के पंख होती है महिला। पक्षी हो या हेलीकॉप्टर पंखों की दम पर ही आसमान में उड़ान भरते हैं, जिनके पीछे किसी सशक्त महिला का हाथ हो, वही लोग महान बनते हैं।”

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उन्होंने लिखा, “भारतीय नारी की खासियत होती है कि उसमें ऐब नहीं होते। कभी भी गांजा पीते, तंबाकू मलते, बीड़ी जलाते, नशा करते नहीं देखा होगा, सिर्फ परिवार व समाज के संस्कारों को संजोकर रखते हुए देखा होगा। ऐसी मां, बहन, बेटी को प्रणाम करता हूं। मध्य प्रदेश पुलिस आपकी सुरक्षा में।”

यह सारी जानकारी इंटरनेट से ली गई है giddo न्यूज़ इसकी खुद से पुष्टि नहीं करता है।

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