ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर से देश का नाम रौशन कर दिया है। उन्होंने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है।
पूरे देश में आज जश्न का माहौल है। हरियाणा के छोरे ने देश का मान गर्व से ऊपर करदिया है। नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स में सिल्वर मेडल जीता है। वैसे तो देशभर के लोग आज सुबह से ही टीवी से चिपके हुए थे, लेकिन पानीपत में नीरज के गांव में हलचल कुछ ज्यादा ही थी। नीरज के घर पर गांववालों का जमावड़ा था। जैसे ही मेडल पक्का हुआ, सभी उछल पड़े और नाचने लगे । लड्डू बंटने लगे। नीरज की मां, चाची, दादी, आसपास की महिलाएं नाचने गाने लगीं। यहां गांव की एक परंपरा होती है जब कोई खुशी का मौका आता है तो लोकगीत पर महिलाएं झूमने लगती हैं। नीरज ने जब देश को ‘चांदी’ दिलाई तो मां ने बड़े गर्व से कहा, ‘बेटे से मेडल की पूरी उम्मीद थी।’ उन्होंने कहा कि बेटे से करीब एक साल बाद मिलूंगी, उसे अपने हाथों से चूरमा बनाकर खिलाऊंगा
नीरज की मां ने कहा कि मेडल का रंग कोई भी हो, गोल्ड हो या सिल्वर… मेडल तो मेडल होता है। ताली बजाते हुए मां ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि आज पूरे भारत को फिरसे नीरज ने खुशी का मौका दिया है। शुरुआत में जब लड़खड़ाहट दिखी तो कैसा लगा? इस सवाल पर मां ने कहा, ‘एक बार तो घबराहट हो रही थी लेकिन दोबारा कवर किया तो बहुत खुशी हुई।
मां ने बताया कि फोन पर आखिरी बार 15 दिन पहले बातचीत हुई थी। उसने कहा था कि मम्मी अच्छी तैयारियां चल रही हैं। घर आने पर स्वागत के बारे में पूछे जाने पर मां ने मुस्कुराते हुए कहा कि उसे चूरमा पसंद है, जब वह घर लौटेगा तो चूरमा बनाकर खिलाऊंगी। करीब एक साल बाद वह बेटे से मिलेंगी। घर में स्वागत की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं।